शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2019

सुर-२०१९-३९ : #प्रपोज_डे_फॉर_लांग_लाइफ_होता_है_जब #प्रेम_भी_चिरस्थायी_फिर_होता_है_तब




‘निखिल’ क्या हुआ यार जिसके लिये तुझे आज मेडिकल शॉप आना पड़ा

यार, कुछ नहीं हुआ... बस, आज अपनी गर्लफ्रेंड को प्रपोज करने जा रहा तो उसी की प्रीकॉशन के लिये वो लेने आया था आँख दबाते हुये उसने जवाब दिया

मैं तेरा मतलब नहीं समझा तू प्रपोज करने जा रहा या फिर अपनी हवस पूरी करने

तू मेरा दोस्त है तो इसका मतलब ये नहीं कि कुछ भी बोल सकता है

कुछ भी क्या तू खुद ही तो कह रहा कि तू यहाँ वो लेने आया तो इसका दूसरा अर्थ और क्या होता मुझे भी बता दे जो मैं नहीं जानता हूँ

अरे, सब यही तो करते आज के दिन अपनी गर्लफ्रेंड को आय लव यू बोलते और फिर उसके बाद वही जिसे तू मेरी हवस कह रहा है मैं कोई अनोखा थोड़े न हूँ

मैं उन सबको नहीं जानता जो ये करते या इस दिन का मतलब ये समझते मैं तो केवल तुझे जानता जो बचपन से मेरा दोस्त है और उसकी सोच प्रेम की लेकर इतनी उथली ये जानकर बड़ा आश्चर्य हुआ मुझे

तू तो ऐसे रियेक्ट कर रहा जैसे मैं कोई विलेन हूँ जिसने किसी के साथ जबरदस्ती कर ली हो यार, उसे प्रपोज कर उसकी स्वीकृति लेकर ही तो आगे बढूँगा और ये कोई राकेट साइंस नहीं जो तुझे समझने में इतनी दिक्कत हो रही और तू क्या कहना चाहता कि जो प्रेम करते वो ये सब करते ही नहीं मेरे लिये तो प्रेम के यही मायने है

फिर तेरी सोच पर मुझे ताज्जुब हो रहा और उन लोगों की भी जो समझते कि लव मतलब सेक्स जबकि, वो प्रेम की अभिव्यक्ति का एक अलग आयाम जो इतने मायने नहीं रखता जितना कि एक-दूसरे के दिल को छूना, एक दूसरे की रूह में उतरना और मुझे अफ़सोस होता उनकी सोच पर जो ऐसे समझते बहुत सरलता से समझता हूँ, जब यही प्रेम का आधार होगा तो मैं दावे से कह सकता हूँ कि जिस दिन ये नहीं रहेगा प्रेम भी खत्म हो जायेगा मगर, जो प्रेम को महसूस करेगा जैसा कि किसी शायर ने कहा है कि, एक अहसास से है ये रूह से महसूस करो, प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम न दो तो उसकी मुहब्बत आजीवन बनी रहेगी उसे उसके खत्म होने का डर नहीं सतायेगा जैसे कि मुझे जो अपनी पत्नी के कैंसर होने के बाद भी उससे उतना ही प्यार करता हूँ और जब वो इलाज के लिये मुझसे सात समन्दर दूर है तब भी उसकी दूरी का अहसास नहीं होता क्योंकि, हम आत्मा से जुड़े है, दिल से नजदीक है मेरे लिये तो प्रेम के यही मायने है जिसने मेरी सोच को सकारात्मक व मुझे भीतर से मजबूत बनाया है  

तूने बताया नहीं कि, ‘राइमा’ को कैंसर हो गया यार, मैं भी अपने नये बिजनेस को जमाने ऐसा व्यस्त हुआ कि तेरी खैर-खबर ही नहीं ली आज भी हम अचानक मिल गये तो बात हो गयी सॉरी यार, मेरी किसी बात से हर्ट हुआ हो तो

तू भी कैसी बात कर रहा, अभी मैंने कहा न जब दिल मिले होते तो दूर होने पर भी करीब लगते है लोग और हाँ फिर कह रहा हूँ ‘प्रेम’ को इतना सस्ता न बना, न समझ कि वैलेंटाइन वीक के फीवर में प्रपोज कर के या गिफ्ट देकर बदले में जीवन भर के प्यार की जगह दो पल का सुख लेकर आगे बढ़ जा और हाँ जिसे प्रपोज करने जा रहा उससे लाइफ टाइम का साथ मांग और जो खरीद रहा उसे भूलकर प्रेम को स्थायी बनाने शादी का प्रस्ताव दे फिर देख कैसे पूरी दुनिया बदल जाती है और बुला हमें अपनी शादी में फिर देख तेरे वेडिंग रिसेप्शन में आकर हम कैसा धमाल करते है

‘हर्ष’ मैं तेरा किस तरह शुक्रिया अदा करूं समझ नहीं आ रहा आज न तूने सिर्फ मुझे प्रपोज डे का सही अर्थ समझाया बल्कि, मेरे जीवन को सही मार्ग पर लाने का भी मशवरा दिया तो आज उससे ‘आय लव यू’ की जगह यही कहूँगा ‘विल यू मेरी मी’ फिर आयेंगे हम दोनों अपनी शादी का कार्ड लेकर तेरे घर थैंक्स अगेन... हाथ में उसका हाथ लेकर वो बोला

यार, भूल गया अपने बचपन की फेवरेट मूवी का डायलॉग दोस्ती में नो सॉरी, नो थैंक्यू...

तो दोनों उसे याद कर जोर-जोर से हंसने लगे    

#Second_Day_Second_Story
#Prapose_Day_For_Whole_Life
#Seven_Days_Seven_Stories_Series        
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© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)
फरवरी ०८, २०१९

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