शुक्रवार, 9 मार्च 2018

सुर-२०१८-६८ : #लघुकथा_भगवा_आतंकवाद



सब एकदम रेडी हो न,
पूरी तैयारियां अच्छे से कर ली हैं न
कोई गड़बड़ नहीं होनी चाहिये
सब कुछ बहुत सावधानी से करना

चुनाव में बहुत कम समय बचा हैं हमने जल्दी ही कुछ न किया तो हमारा नामो-निशां ही मिट जायेगा कुछ ही राज्य तो बचे थे हमारे हिस्से में वो भी एक-एक कर हाथ से चले जा रहे हैं

अब बस, यही एकमात्र रास्ता बचा ध्यान रखना, मैं कोई बहाना न सुनूंगा हमें किसी न किसी तरह सबके दिमाग में ये बात बिठाना ही हैं कि, यदि ये पार्टी अगला चुनाव भी जीती तो देश बर्बाद हो जायेगा क्योंकि जिस भी प्रांत में इनकी सरकार बनती वहां दंगे शुरू हो जाते इसलिये अब तुम लोगों पर ही पूरी जिम्मेदारी हैं बाकी, सोशल मीडिया पर तो हमारे लोग उनके खिलाफ़ माहौल बनाने में जुटे हुये ही हैं

अब चिंता न करो पप्पू भाई, हम लोगों ने जमकर तैयारी की हैं कोई गड़बड़ नहीं होगी जाते हुये लोगों के दल में से एक ने कहा

उसे चांटा लगाता वो गुस्से में बोला, ख़ाक तैयारी की भगवा गमछे तो यही छोड़े जा रहे इन्हें गले में डालो पहले और हाँ, जाने से पहले सब लोग एक बार फिर कान खोलकर ध्यान से सुन लो कि, मूर्तियाँ तोड़ते समय वंदे मातरम, भारत माता की जय और जय श्रीराम बोलना न भूलना एक-एक शब्द को चबाते हुये उसने उनके गले में गमछा डालते हुये अंतिम आदेश दिया... अब जाओ...

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© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)
०९ मार्च २०१८

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