चोटी पर चढ़
दुश्मन जा बैठा
था
ललकार रहा
मौत को अपनी वो
दुर्गम पहाड़ी
तापमान भी बेहद
कम
मुश्किल घड़ी
हैरान सैनिक
सभी
क्या करें
क्या नहीं,
प्रश्न बड़ा
नजर उठाई तो
सामने शत्रु
सीना तान खड़ा
रणनीति बनाई
भारतीय सेना ने
विकट
दूर लगती थी जो
वो मंजिल आई
निकट
जंग चली जरुर
लंबी बहुत, घर
से दूर
हौंसलों से मगर
हर एक जवान था
भरपूर
वीरता से दिया
दुश्मन को नीचे
मार गिरा
‘ऑपरेशन विजय’
लंबे संघर्ष से
खत्म हुआ
कारगिल की चोटी
तिरंगे से
सुशोभित हुई
तिथि २६ जुलाई
गौरव गाथा की
साक्षी बनी
जिस दिन हमने
‘कारगिल विजय
दिवस’ मनाया
आज फिर वो
गौरव का दिवस
हैं आया
देकर बलिदान
चले गये जो
हमको छोड़
आज उन सबको
याद करते हम हाथ
जोड़
श्रद्धा भरे सुमन
बलिदानियों को अर्पित
करते
हर भारतवासी को
दिल से इस दिन
की बधाई देते ॥
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© ® सुश्री इंदु
सिंह “इन्दुश्री’
नरसिंहपुर
(म.प्र.)
२६ जुलाई २०१८
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