गुरुवार, 12 जुलाई 2018

सुर-२०१८-१९२ : #अगर_बन_सकते_श्याम_नहीं #फिर_मीरा_की_करो_तुम_आस_नहीं



‘विरल’ आज बहुत खुश था कि उसे प्रमोशन मिला था तो जैसे ही बॉस ने उसे ये खबर सुनाई उसने उनसे आधे दिन की छुट्टी की परमिशन ली और जल्द-से-जल्द घर पहुंचकर ये खबर अपनी पत्नी ‘छवि’ को सुनाने ऑफिस निकल पड़ा अपने घर की तरफ पर, घर पहुंचकर निराशा हाथ लगी कि ‘छवि’ तो घर पर ही नहीं थी और उसे ये पता भी नहीं था कि ‘विरल’ आने वाला हैं तो वो चाबी भी छोड़कर नहीं गयी थी इस बात ने उसका दिल तोड़ दिया पर, फिर खुद को संभाल उसने उसे कॉल किया तो पता चला कि उसकी तबियत ठीक नहीं लग रही थी तो डॉक्टर को दिखाने गयी हैं अपनी सहेली के साथ तो उसने अस्पताल का नाम-पता पूछा और कार को उस दिशा में मोड़ दिया और जब अस्पताल पहुंचा तो लगा आज मानो आज किस्मत उसका साथ दे रही हैं क्योंकि, वहां पहुँचते ही उसे पता चला कि छवि माँ बनने वाली हैं तो अपने प्रमोशन को आने वाले बच्चे का लक समझ उसने ‘छवि’ और उसकी फ्रेंड ‘रेवती’ को वहां से लिया और सीधे रेस्टारेंट आ गया उन सबने वहां एन्जॉय किया उसके बाद वे अपने घर चले गये

‘छवि’ की प्रेग्नेंसी ने ‘विरल’ को थोडा जिम्मेदार बना दिया और वो अब समय से ऑफिस से घर आने लगा फिर वो दिन आ गया जब ‘छवि’ को डिलेवरी के लिए अस्पताल भर्ती होना पड़ा तब तक उसकी छोटी बहन ‘शिवी’ और माँ भी आ गयी तो ‘विरल’ को राहत मिली कि उन्होंने इस वक़्त आकर सब संभाल लिया परंतु, ऑपरेशन की वजह से ‘छवि’ को जल्दी डिस्चार्ज  नहीं किया गया ऐसे में उसकी माँ उसके साथ वहां रहती और ‘छवि’ की छोटी बहन ‘शिवी’ उसका घर संभालती और इसी बीच एक रात ‘विरल’ जो ‘छवि’ की प्रेग्नेंसी की वजह से पहले से ही उसकी दूरी को महसूस कर रहा था ‘शिवी’ को देखकर बहक गया और ‘शिवी’ ने भी रिश्ते की मर्यादा भूलकर उसकी गलती में साथ दे दिया जिसका परिणाम उस वक़्त तो किसी को समझ नहीं आया कि ‘छवि’ ने कुछ दिनों में अस्पताल से आकर अपनी गृहस्थी संभाल ली और उसकी माँ-बहन चली गयी लेकिन, एक दिन उसने ‘विरल’ के फोन पर ‘शिवी’ के प्रेम संदेश पढ़े तो मस्तिष्क को झटका लगा ऐसे में उसने चुप रहने की बजाय सीधे सवाल किया कि ये सब क्या हैं ?

तब विरल ने अपनी भूल स्वीकारते हुये माफ़ी मांगनी चाही तो उसने उसे माफ़ करने की बजाय सवाल दाग दिया, ‘यदि तुम्हें ये पता लगे कि ये बच्चा तुम्हारा नहीं मेरे किसी प्रेमी का हैं तो तुम क्या करोगे?’

विरल बौखलाकर बोला, मैं इस आधार पर तुम्हें तलाक दे दूंगा क्योंकि, ये तो सरासर बेईमानी हैं

फिर तुमसे मुझे किस तरह उम्मीद कर रहे कि मैं तुम्हें माफ़ कर दूंगी ये क्या इतनी सहज बात हैं जिसे इतनी आसानी से भूला दिया जाये   

तो विरल ने सफाई देनी चाही कि वो तो परिस्थिति ऐसी बन गयी अन्यथा ऐसा हरगिज नहीं होता तब छवि बोली, यही मैं भी तो कह सकती हूँ

मगर, तुम्हारे पास तो ऐसी कोई वजह नहीं फिर...

क्यों क्या तुम ऑफिस की तरफ से एक साल के लिये विदेश से नहीं गये थे तब मैं भी मजबूर हो सकती थी या मुझे ये हक नहीं खैर, इन सवाल-जवाबों में कुछ नहीं रखा मैं जा रही हूँ बाय... अलविदा... और अपने बच्चे को उठाकर छवि बिना मुड़े चली गयी
  
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© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)
१२ जुलाई २०१८

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