सोमवार, 20 मई 2019

सुर-२०१९-१४० : #नारद_मुनि_गुगल_से_तेज #देते_खबर_सच्ची_करते_सचेत




'नारद मुनि' के चरित्र एवं कार्यकुशलता को आज इंटरनेट के जमाने में समझना मुश्किल नहीं कि जो काम आज हम घर बैठे उंगलियों पर सहजता से कर पा रहे वो उसे स्वर्गलोक में जगह-जगह घूमकर सबकी बातें सुनकर फिर उसमें अपने तथ्यों का तड़का लगाकर तब दूसरों तक पहुंचाते थे ताकि, बुरी खबर का जायका भी मन को भला लगे और उसका असर सामने वाले पर उसी प्रकार हो जैसा अपेक्षित तो क्रिया की वही प्रतिक्रिया पूरे मामले को इस तरह से बदल देती कि हर बार एक नई कहानी बन जाती जिसके परिदृश्य में नारद मुनि अदृश्य रूप में मुस्कुराते कि किस तरह से उन्होंने अपनी भूमिका का सटीक निर्वहन कर परिणाम को धर्म हित में कर दिया जो उनकी विशेषता मानी जाती है ।

कई बार यूँ भी होता कि उनकी वजह से परिस्थितियां बिगड़ भी जाती और बनता हुआ काम अचानक से असंभव लगने लगता पर, अंत तक आते-आते उसे उनके वही इष्ट सुधार देते जिनका नाम जपकर वे अपनी गतिविधियों को संचलित करते है बोले तो... नारायण-नारायण उनका मन्त्र जो उनको अपने प्रभु के नेटवर्क से जोड़े रखता व आंतरिक रूप से उनमें ऊर्जा का संचार भी करता जिसकी वजह से वे अनवरत अथक इस लोक से उस लोक विचरण करते रहते और अपने मार्ग में आने वाले प्रत्येक पड़ाव पर तनिक ठहरकर वहां से सूचनाएं एकत्रित कर आगे बढ़ जाते बिल्कुल, उसी तरह जैसे सर्वर सभी वर्कस्टेशन से डेटा कलेक्ट कर उसे एंड यूज़र तक पहुंचाता है ।

वे अकेले ये सब कुछ करते उनका सर्च इंजिन उनके भीतर ही मौजूद और आंख मूंदकर वे तत्काल उस स्थान पर पहुंच जाते ये ध्यान की ताकत जो मन की गति से साधक को तत्क्षण उस जगह पर ले आती और सारी जानकारियां ब्रम्हांड में बिखरी पकड़ी जिन्हें एकत्रित कर अपने डेटा स्टोरेज में संग्रहित करते जाते गूगल के डाटाबेस में दुनिया भर की इन्फॉर्मेशन का कलेक्शन होता और जब कोई व्यक्ति किसी विशेष जानकारी की डिमांड करता तो वो उसी समय उस तरह की समस्त सूचनाएं पटल पर प्रदर्शित कर देती कुछ ऐसा ही काम वे भी करते जो हम अब समझ पा रहे कि किस तरह सम्पन्न किया जाता होगा क्योंकि, अब हमारे पास अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी व सुविधाएं जो है ।

आज गूगल महाराज से भी तेज आदि पुरुष देवर्षि नारद मुनि की जयंती पर ढेर सारी शुभकामनाएं... 💐💐💐 !!!
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© ® सुश्री इंदु सिंह ‘इन्दुश्री’
नरसिंहपुर (म.प्र.)
मई २०, २०१९

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