“सिम्मी तू
बाहर जा रही है आते समय बाज़ार से पनीर लेती आना” बेटी को तैयार होकर जाते देख माँ
ने पीछे से कहा तो जवाब में संक्षिप्त ‘हाँ’ कहकर उसने अपनी स्कूटी उठाई और चली
गयी ।
इधर माँ ने
बेटे को आवाज़ दी उठ सुबह के दस बज गये ८ बजे से उठा रही हूँ, जब उठना नहीं होता तो
क्यों बोलकर सोता कि सुबह उठा देना इसी तरह बडबडाते हुये वो घर के कामों में
व्यस्त हो गयी तभी पति ने उसे पुकारा मेरी फाइल कहाँ है रात को ही तो इधर रखी थी
तो गैस चूल्हे की आंच धीमी कर के वो दौड़कर कमरे में गयी उनकी फाइल हाथों में थमाई
और वापस खाना बनाने में जुट गयी इतने में पति रेडी होकर आये और अपना टिफिन माँगा
तो दौड़कर उनको थमाया उनके जाते ही सोफे पर लेटी ही थी कि बेटा उठकर आया और बोला, “माँ
जल्दी से चाय बना दो कॉलेज को बहुत देर हो गयी जल्दी जाना है” तो न चाहते हुये भी तुरंत
उठकर चाय बनाने लगी जबकि, शरीर आराम की मांग कर रहा था ।
रात को सिम्मी देर
से लौटी और पूछने पर पता चला कि वो पनीर लाना भूल गयी है तो ये सुनकर माँ झुंझलाई “अरे,
जब तुझे पता था कि कल पनीर का सब्जी बनाना जरूरी तेरे भाई का जन्मदिन है तो क्यों
नहीं लाई अब मुझे ही कुछ करना होगा” दूसरी तरफ सिम्मी मुंह बनाती हुई अपने कमरे
में चली गयी ।
माँ ने फ्रिज
में रखा दूध निकाला फिर उससे ही पनीर बनाकर जब निश्चिन्त हो गयी तब सोने को गयी
पर, आँख लगी ही थी कि बाहर से भाई-बहन के लड़ने की आवाजें सुनकर बाहर आई तो देखा
दोनों टीवी के रिमोट के लिये लड़ रहे थे उनका झगड़ा सुलझाकर गयी पर, सुबह के कामों
की चिंता में फिर नींद ही न आई ।
अगले दिन वो
रोजमर्रा के कामों में लगी थी कि तभी घबराहट महसूस हुई और वो चकराकर गिर पड़ी
सिम्मी दौड़कर आई पापा को बुलाया तब उनको लेकर सब अस्पातल पहुंचे जाँच के बाद
डॉक्टर बोले, “इनका हिमोग्लोबिन बहुत कम है और बी.पी. भी बढ़ा हुआ है इनको आराम की सख्त
जरूरत है” उनकी बात सुनकर तुरंत उसके पति बोले, “डॉक्टर साहब, घर मे खाना बनाने को
छोड़कर लगभग सभी काम के लिये सहायक है इसके अलावा तो कोई ख़ास काम नहीं फिर भी पता
नहीं ये आराम क्यों नहीं करती बेवजह ही बीमार पड़ गयी” अपने पति को बात सुनकर वो
सोचने लगी, “मुझे और तमाम स्त्रियों को ब्लड प्रेशर देने वाले क्या कभी जान पाएंगे
कि उसकी वजह वही है” ।
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© ® सुश्री इंदु
सिंह ‘इन्दुश्री’
नरसिंहपुर
(म.प्र.)
जून ०२, २०१९
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