बेटी, देखो ये
तुम्हारा पार्सल आया है वो दुकान वाला बता रहा था कि तुमने ५० टेडी बियर आर्डर
किये थे वही है लेकिन, मुझे समझ नहीं आ रहा कि तुम इतने सारे टेडीज का करोगी क्या
आलरेडी तुम्हारे पास छोटे-बड़े मिलाकर कई सारे पहले से है और आज तुमने फिर इतने
सारे मंगवा लिये अब क्या तुम पूरे घर को टेडी हाउस बनाना चाहती हो बोलो...
डोंट वरी पापा
ऐसा कोई इरादा नहीं है मेरा ।
फिर इनका करोगी
क्या ?
ओह, माय डिअर
पापा इतना हायपर न हो आप को पहले ही हाई ब्लड प्रेशर है इसलिये प्लीज़ ज्यादा टेंशन
मत लीजिए वो मैंने अपने लिये नहीं स्पेशली किसी और के लिये मंगवाये है ।
एक तो मेरे
पैसों को आये दिन लुटाती रहती हो फिर कहती हो टेंशन न लो अब ये सब किस के लिये है
ये भी बता दो तभी जाकर ब्लड प्रेशर नार्मल होगा ।
सबसे पहले तो आप
इत्मीनान से सोफे पर बैठिये फिर मैं बताती हूँ ।
लो बैठ गया अब
बताओ क्या करने जा रही हो ।
कुछ नहीं पापा,
वो अपनी कॉलोनी के बाहर एक ‘बाल आश्रम’ है न जहाँ अनाथ बच्चे रहते है तो आज ‘टेडी
डे’ पर उनको ही गिफ्ट देने के लिये ये मंगवाये है ।
अरे वाह, ये तो
नेक आईडिया है इसमें मैं भी तुम्हारे साथ हूँ ।
जल्दी से जाकर बगल वाली दुकान से उन बच्चों के लिये कुछ चॉकलेट्स लेकर आता हूँ । फिर दोनों बाप-बेटी मिलकर साथ चलेंगे और खुशियाँ बाँटेंगे ।
अरे वाह पापा...
फिर तो बड़ा मजा आयेगा ।
अच्छा सारे मजे
दोनों बाप-बेटी ही लोगी या थोड़े अपनी माँ को भी लेने दोगी ।
मैं भी फटाफट पुड़ी-सब्जी बना लेती हूँ । फिर हम सब एक
साथ चलकर उनके संग एन्जॉय करेंगे ।
तभी उसका बड़ा
भाई जो वहीं बैठा पढ़ रहता बोल पड़ा, और मैं जाकर कार निकालता हूँ आज के दिन का इससे
बढिया सदुपयोग क्या हो सकता है आखिर, खिलौनों पर पहला हक तो बच्चों का ही होता है
न और उनको खुश होते देखने से बड़ी कोई ख़ुशी आज के दिन नहीं हो सकती है ।
#Fourth_Day_Fourth_Story
#Teddy _day_Celebrate_with_Kids
#Seven_Days_Seven_Stories_Series
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© ® सुश्री इंदु
सिंह “इन्दुश्री’
नरसिंहपुर
(म.प्र.)
फरवरी १०, २०१९
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