'जतिन' तूने बिजली का बिल भर दिया न और सिलेंडर भी बुक
कर दिया न तेरे ही मोबाइल से होते है दोनों काम तो समय से कर दे नहीं तो फाइन
लगेगा मां ने बेटे को घर के अंदर आकर तुरंत कुछ लेकर वापस बाहर निकलते देखा तो
पीछे से आवाज़ लगाकर याद दिलाया ।
हां मां कर
दूंगा अभी तो बहुत टाइम है ।
हर बार यही
कहता समय है पर, लास्ट डेट तक
नहीं भरता या फिर मुझे ही सीखा दे तो कम से कम मैं ही समय से कर दिया करूंगी लेकिन,
जब देखो तब दोस्तों के साथ व्यस्त न घर के लिए
समय न किसी काम के लिए हमेशा हवा के घोड़े पर ही सवार रहता है ।
मां बड़बड़ा ही
रही थी कि उसकी बाईक की आवाज़ आई और वो जा चुका था ।
अगले दिन अखबार
पढ़ते हुए बाबुजी बोले, बेटा जतिन देख
ये कितना बढ़िया जॉब का ऐड है तू यहां अप्लाई कर दे शायद, बात बन जाये ।
दिखाइये बाबुजी
और अखबार में छपे विज्ञापन की पिक लेकर उन्हें पेपर लौटा देता है ।
मम्मा जल्दी
नाश्ता दे दो फिर दोस्तों के साथ काम से जाना है ।
कहाँ से नाश्ता
बनाऊं तुझे कितनी बार याद दिलाया सिलेंडर बुक कर दे पर, किया नहीं आज खत्म हो गया अब कुछ नहीं हो सकता ।
सॉरी मम्मी,
मैं कोई व्यवस्था करता हूँ ये कहकर वो चला गया
शाम को देर से घर लौटा तो देखा पूरा घर अंधेरे में डूबा था बाहर से ही चिल्लाया
मां लाइट्स क्यों नहीं जलाई अब तक ।
अंदर से मां की
आवाज़ आई तूने बिल नहीं भरा तो लाइट कट गई कोई काम समय से नहीं करता चार महीने से
टाल रहा तू जुड़-जुड़ कर बिल का अमाउंट बढ़ गया था तो आज लाईट गई और सिलेंडर तो सुबह
ही चला गया था ।
पर, मम्मी अभी तो समय बाकी था कहकर उसने जेब से बिल
निकालकर मोबाइल की रोशनी में देखा तो पता चला लास्ट डेट जा चुकी थी ।
उसका उतरा
चेहरा देखकर मां बोली, तुझे हमेशा
कहती हूं समय से सब काम किया पर, तू ऐसी ही
लापरवाही करता है आज यही वादा कर खुद से कि हर काम समय से करेगा ।
हां मां मैं
प्रॉमिस करता हूँ अब से किसी काम को कभी नहीं टालूँगा और जॉब के लिये भी कल ही
अप्लाई करूंगा अगेन सॉरी कान पकड़कर उसने कहा ।
यदि ये तेरा
पक्का वादा है तो फिर आज ये अँधेरा भी हमें भला लगेगा जिसने तेरे जीवन से टालमटोल
की नकारात्मकता हटाकर तेरे भविष्य को रौशन कर दिया ।
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© ® सुश्री इंदु
सिंह “इन्दुश्री’
नरसिंहपुर
(म.प्र.)
फरवरी ११, २०१९
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