मंगलवार, 5 फ़रवरी 2019

सुर-२०१९-३६ : #इंटरनेट_से_करो_तब_यारी #सुरक्षा_की_हो_जब_पूरी_तैयारी




‘इंटरनेट’ विज्ञान का वो वरदान है जिसने समस्त ब्रम्हांड को एक छोटे-से स्क्रीन पर समेट दिया और परिचित-अपरिचित सभी लोगों को अदृश्य तरंगों की डोर से आपस में इस तरह जोड़ दिया कि बीच में जो भौगोलिक दूरियां थी उनका कहीं नामों-निशान ही बाकी न रह गया अब तो वे जब चाहे जिस पल चाहे किसी से भी सम्पर्क कर सकते और कभी जो स्वप्न था या कल्पना कि क्या कभी हम बात करने वाले को देख भी सकेंगे या जो भी जब भी चाहे वो मंगवा सकेंगे या घर बैठे ही किसी भी सामान को खरीदने आर्डर दे सकेंगे तो ये भी अब असंभव नहीं रह गया बल्कि, अब तो वो सब कुछ भी जो लगता था कि मुमकिन नहीं पॉसिबल के दायरे में आ गया जिसकी वजह से कोई भी व्यक्ति जो भी सोचता या जिसे सचमुच साकार नहीं कर पाता उसका विकल्प इन्टनेट पर तलाश लेता या फिर किसी मुश्किल में हो तो समाधान भी उसे इन्टरनेट पर मिल जाता है

इन्टरनेट ने हर कल्पना, हर हकीकत, हर विभाग, हर जगह, हर काम, हर विषय को इस तरह से अपने में बसा लिया कि अब व्यक्ति को अपने पास हर वक़्त हर एक डॉक्यूमेंट, हर इमेज या जरूरी कागजात रखने की जरूरत नहीं वो उसे अपने इन्टरनेट अकाउंट में सेव कर सकता और जब-भी जहाँ-भी चाहे उनका इस्तेमाल कर सकता है जिसके लिये कभी उसे न जाने कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था पर, आज उसका ऑफिस या हो या उसका घर सब कुछ इन्टरनेट पर ही उपलब्ध है जहाँ से वो सभी कुछ इतनी आसनी से मैनेज करता कि पहले जो काम लम्बी-लम्बी कतारों में लगकर किये जाते थे जैसे रेलवे टिकट खरीदना या सिलेंडर बुक करना या बिजली बिल भरना या बैंक से पैसे निकालना/जमा करना सब कुछ इन्टरनेट के माध्यम से अपने ही कंप्यूटर या मोबाइल के जरिये कर सकता है इस तरह वो अपना कीमती समय ही नहीं थोड़ा परिश्रम भी बचा सकता है
 
जब इक इंसान का सारा काम-काज इन्टरनेट के द्वारा ही हैंडल किया जा रहा हो तो फिर उसकी सुरक्षा भी जरूरी क्योंकि, उसके जरूरी दस्तावेज तथा कीमती आंकड़े व गोपनीय / निजी जानकारियां भी सब इसमें ही रखी होती जिसका चोरी हो जाना उसके लिये खतरनाक हो सकता कि जिस तरह मछली पकड़ने को लोग जाला फेंकते उसी तरह यहाँ पर भी ‘फिशिंग’ की जाती जिसके द्वारा ‘हैकर्स’ ऐसे लोगों को जिन्हें कि इन्टरनेट का बहुत अधिक ज्ञान नहीं या जो इसके खतरों से अनजान उनको अपना शिकार बनाने बड़े आकर्षक सन्देश और लुभावने ऑफर भेजते जिसके चक्कर में आकर न जाने कितने मासूम लोग ठगे जाते कभी उनके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लिये जाते तो कभी उनकी निजी तस्वीरों या मैसेज को हैक कर उनको ब्लैकमेल किया जाता तो कभी उनके अश्लील विडियो बनाकर इन्टरनेट पर वायरल किये जाते तो कभी किसी चैलेंज या विडियो गेम में किशोर / युवाओं को फंसाकर उनसे अपराध कराये जाते जिसके कारण वे लोग अपनी जान तक दे बैठते है

इस तरह की अनेकानेक घटनाओं व खबरों को देखते हुये विशेषज्ञों द्वारा २००४ से फरवरी के दूसरे हफ्ते के दूसरे दिन को ‘अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षित इंटरनेट दिवस’ के रूप में मनाया जा रहा है जिससे कि इस दिन सबको इन्टरनेट के खतरों के प्रति आगाह करते हुये सतर्क व सचेत किया जा सके और उपयोगकर्ता का इम्पोर्टेन्ट डाटा ही नहीं जान भी बचा सके क्योंकि, जब इन्टरनेट पर ही है रहना तो जरूरी सम्भलना वरना, जान-माल से पड़ सकता हाथ धोना यही तो है इस दिन का भी कहना... सिक्यूरिटी एप्स फोन में जरुर रखें... अपरिचितों से रहे सावधान, उतनी ही करें बात जितनी जरूरी हो और अपनी निजी जानकारियां अपनों के सिवा किसी से भी न करें सांझा क्या पता कब दोस्त, दुश्मन बन जाए और आपकी इन बातों का दुरपयोग कर आपको ही ठग ले वैसे भी किसे पता सामने कौन है... ‘प्रिया’ या ‘एंजेल प्रिया’... तो दोस्त भी कम ही बनाये या बनाये भी तो अपने राज सबको न बताये ये दुनिया पीतल की है या नहीं ये तो नहीं पता पर, ये तय कि धोखेबाजों से भरी पड़ी है जो कब किस रूप में मिल जाये पता नहीं आजकल तो प्रकाशक बनकर भी घूम रहे तो लिखने वाले उनके झांसे में न आये... पैसों का लेन-देन करते समय भी अपनी अक्ल लगाये... सबको ‘अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षित इन्टरनेट दिवस’ की शुभकामनायें... <3 !!!   
     
_____________________________________________________
© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)
फरवरी ०५, २०१९

कोई टिप्पणी नहीं: