रविवार, 15 फ़रवरी 2015

सुर-४६ : "कहानी : ब्रेकअप डे !!!"


पिछले आठ दिन हर पल सुबह से रात तक अवनिऔर राहुलने साथ बिताये घुमे फिरे और खूब मस्ती की जब रात को साथ न होते तो मोबाइल पर चैटिंग करते दोनों को लग रहा था कि इस प्रेमोत्सव ने उन दोनों के बीच की उस दूरी और हिचक को खत्म कर दिया जो इतने दिनों से एक-दूसरे को इतना जानने व समझने के बाद भी रह गई थी । यूँ तो उनकी दोस्ती को ज्यादा समय नहीं हुआ था अभी पिछले साल जुलाई में ही तो उन्होंने एक साथ बी.ई. के प्रथम सेमेस्टर में एडमिशन लिया था और उमर के उस दौर से ही गुजर रहे थे जब अचानक ही सीने में मौजूद दिल के होने का अहसास होता हैं गोया कि इतने समय से जिसने जिंदा रखा वो तो दोयम दर्जे पर चला गया और एकदम से किसी ने आकर उस दिल के धड़कने का सारा क्रेडिट ले लिया । एक दिन रेगिंग के दौरान जो उन दोनों की जान-पहचान हुई तो फिर मेल-मुलाकात का सिलसिला चल निकला जिसमें अवनि की खुबसूरती और राहुल के कमाल के सेंस ऑफ़ ह्यूमरने चुंबक और लोहे का काम किया ।

अब जब नया साल आने के बाद जवां दिलों के सबसे बड़े मिलन समारोहका आगाज़ हुआ तो उस सिलसिले ने एकदम से रफ़्तार पकड़ ली जो कुछ इतने दोनों से मिलने और बतियाने के बावजूद भी न तो जुबां पर आ रहा था न ही समझ पा रहे थे वो सब उन दोनों ने इस प्रेम की फिजाओं के असर में आकर एक-दूजे से बड़ी आसानी से कह दिया । दोनों को लगने लगा कि वो मेड फॉर ईच अदरहैं और उनकी जैसी बोंडिंग न तो किसी की हैं न हो सकती हैं और वो कभी-भी किसी भी हाल में जुदा नहीं हो सकते इसलिये दोनों ने साथ मिल भविष्य की भी सारी प्लानिंग्स कर ली कि किस तरह वो अपनी पढाई पूरी कर नौकरी हासिल करते हैं शादी करेंगे और फिर अपना घर बनायेंगे । उन दोनों ने इन आठ दिनों को हर युवा प्रेमी की तरह पूरे जोश-खरोश के साथ उसी तरह मनाया जैसा कि आजकल सब करते हैं क्योंकि अब तो ये न सिर्फ स्टेटसबल्कि ब्रांडका सवाल भी होता हैं तो फिर वो दोनों किसी से किस तरह पीछे रह सकते थे ।

कल के प्रेम दिवसने तो उनको एक कर दिया था तो अवनि को लगने लगा था अब तो राहुल पर उसका एकमात्र हक़ हैं वो जब जी चाहे उससे बात कर सकती हैं उसे अपने करीब महसूस कर सकती हैं । इसलिये उसने आज सुबह उठते ही राहुल को कॉल किया पूरी रिंग गई पर उसने रिसीव नहीं किया तो उसने झट उसके इनबॉक्स में एक प्यारा-सा संदेश लिखकर एक पिक भी सेंड कर दी और अपने काम में लग गई पर ध्यान सारा मोबाइल पर ही था बस, अब उसकी रिंग बजेगी लेकिन न तो कॉल न संदेश का जवाब आया परेशान होकर उसने दुबारा लगाया तो मोबाइल बंद होने का संदेश सुनाई दिया । उसका माथा ठनका क्योंकि इतने दिनों में उसने कभी उसके मोबाइल को बंद नहीं पाया था फिर आज क्या हुआ ?

उसने किसी तरह अपने सभी काम निपटाये फिर गाड़ी उठाकर चल दी उससे मिलने और होस्टल जाकर उसने देखा कि सारे के सारे बॉयज मिलकर बड़े स्क्रीन पर भारत-पाकिस्तान का मैच देख रहे थे । उसने किसी तरह उनके बीच राहुल को ढूँढा और उससे रिप्लाई न देने की वजह पूछी तो वो बोला कि-यार, मेरे लिये इस वक़्त क्रिकेटसे बढ़कर कुछ नहीं अब जब ये खत्म होगा मैं तभी तुमसे बात करूंगा । अवनि को एक झटका लगा वो इसे सहन न कर पाई और वही उन दोनों का जमकर झगड़ा हो गया उस वक़्त राहुल को मैच के सिवा कुछ और सूझ नहीं रहा था तो उसने भी उटपटांग बातें सुना दी और बस, पिछले आठ दिनों की सारी अंडरस्टैंडिंग, सारा का सारा लवऔर वो जबर्दस्त प्लानिंग्स सब कुछ इतने लोगों के सामने गुब्बारे की हवा की तरह निकल गया और इस तरह आज कोई दिन नहीं था तो अपने आप उनका ब्रेकअप डेमन गया ।   
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१५ फरवरी २०१५
© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
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