रविवार, 22 फ़रवरी 2015

सुर-५३ : "कहानी : 'स्वाइन फ्लू के साइड इफेक्ट्स' !!!

कहानी : ‘स्वाइन फ्लू के साइड इफेक्ट्स’
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रोज की तरह सुबह पांच बजे के अलार्म के साथ उठकर श्रीमती बेनर्जी ने अपने पति और दोनों बच्चों का नाश्ता तैयार कर उन लोगों को उठाया तैयार किया और फिर जैसे ही साढ़े सात बजे वो सब अपने गंतव्य को निकल गये एक साथ तो उन्होंने अपने मूड को रिफ्रेश करने अपनी पसंद का म्यूजिक मद्धम आवाज़ में लगाकर चाय चढ़ाई और उसे गुनगुनाते हुये मन ही मन आगे के कामों के बारे में सोचती भी जा रही थी कि तभी डोरबेल बजने से धीरे-धीरे संगीत की स्वर लहरियों से आस-पास बना हुआ खुशनुमा माहौल एकदम से जैसे पत्थर फेंकने से शांत जल में दरार आ जाती हैं उसी तरह से बिखर गया सबसे पहले उन्होंने म्यूजिक ऑफ किया और फिर दरवाजा खोला तो देखा सामने एक अधेढ़-सी उम्र का आदमी और उसके साथ एक खुबसूरत नवजवान युवती हाथ में रजिस्टर और कंधे पर बैग लटकाये नज़र आये वो उन्हें सेल्समैन समझकर भगाना चाहती थी कि तभी वो हसीन लड़की मुस्कुराते हुये बड़े ही कोमल और मधुर स्वर में बोली---आंटी, हम लोग सरकारी अस्पताल से आये हैं और जैसा कि आप जानती हैं कि अभी सभी जगह खतरनाक ‘स्वाइन फ्लू’ फैला हुआ हैं उसके लिए सरकार ने जो निर्देश व दवायें निर्धारित की हैं घर-घर जाकर उसका प्रचार कर रहे हैं हमें आपकी फैमिली के विषय में जानकारी चाहिये इसलिये आपको हमारी मदद करनी होगी क्योंकि ये सरकारी काम हैं तो हमें ये सब रिकॉर्ड उन तक पहुँचाना हैं जिससे कि वो सुरक्षात्मक कदम उठा सके तो आप बताये कि आप के यहाँ कितने लोग हैं उनके नाम उम्र और स्वास्थ्य संबंधी सभी बातें यहाँ नोट करा दे प्लीज

श्रीमती बेनर्जी बेमन ने उन दोनों को सर से पांव तक देखा उनके गले में लटकता उनका परिचय पत्र उनकी बात की गवाही दे रहा था कि वो सचमुच सरकारी कर्मचारी थे और जिला अस्पताल से ही आये थे अतः वे उनकी बात ध्यान से सुन रही थी क्योंकि उन्होंने भी इस जानलेवा बीमारी का नाम सुना था और आये दिन इसके मरीजों के मौत के आंकड़ों ने उन्हें भी दूसरों की तरह भयभीत कर रखा था तो न चाहते हुये भी उन्होंने अपना, अपने पति, बच्चों का नाम आदि सब कुछ दर्ज करवा दिया फिर उन लोगों ने उनके हाथ में कुछ टेबलेट्स रखी और बताया कि सरकार सभी को ये मुफ्त में बाँट रही हैं जिसे आप सभी लोग दोनों टाइम पांच दिन तक खाने के बाद याद से खा लीजियेगा इस कोर्स से आपके परिवार से खतरा टल जायेगा और हाँ आंटी इसके अलावा सरकार एक टीका भी मुफ्त में ही लगवा रही हैं तो मेरे ख्याल से आपको तो वो अभी लगवा लेना चाहिये और बाकी लोगों को आप किसी भी समय अस्पताल भिजवा दे तो वे लोग इसे वहां जाकर लगवा लेंगे पहले तो उन्होंने सिर्फ़ दवाइयां लेकर उनको टालना चाहा पर उस लड़की के बार-बार कहने से और कि उन्हें ये काम जल्द-से-जल्द और निर्धारित समय सीमा में कर रिपोर्ट भेजना हैं और यदि आप लोग ही सहयोग न करेंगे तो हम आगे किस तरह बढ़ेंगे उनको कुछ दया आ गई साथ उन्हें ये भी लग रहा था कि यदि वो इससे ज्यादा लेट करेगी तो सारे काम समय पर न कर पायेगी उन्हें तो अपने पूरे दिन के काम नज़र आने लगे तो उन्होंने उन दोनों को अंदर डायनिंग रूम में बिठाकर किचन में जाकर चाय का पानी बढ़ाया और फिर इंजेक्शन लगवाने उस लड़की को लेकर अपने बेडरूम में चली गई

दिन में लंच के समय मिस्टर बेनर्जी बच्चों समेत घर वापस आये तो प्रवेश द्वार खुला देख उन्हें लगा कि कुछ तो असामान्य हैं फिर अंदर आकर जब डायनिंग रूम की बिखरी चीजें देखी तो उनका माथा ठनका और वो दौड़कर अंदर भागे तो बेडरूम में अपनी पत्नी को बेहोश देखकर तुरंत पानी छिड़ककर उसे होश में लाये और जब उसके मुंह से सारी बात सुनी तो पता चला कि जब उन्होंने इंजेक्शन लगवाया तो उसके बाद वो अब उनके जगाने से जगी हैं उन्हें नहीं पता कि इस बीच क्या हुआ ? तब पतिदेव बोले कि---आज ही ऑफिस में उनके दोस्तों ने उन्हें बताया कि इस शहर में कोई गिरोह हैं जो इस तरह से खुद को सरकारी अस्पताल का कर्मचारी और ‘स्वाइन फ्लू’ का सावधानी प्रचारक बता लोगों के घर चोरी कर रहा हैं और वो घर आकर ये बात उससे शेयर करते कि उससे पहले ही उनके यहाँ ये हादसा हो गया तब दोनों ने मिलकर पूरे घर का मुआयना किया और पाया कि लगभग सभी कीमती सामान घर से गायब हैं
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२२ फरवरी २०१५
© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
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