मना रहे आज हम
७२ वां
स्वाधीनता दिवस
भूल न जाना ये
मगर
जंगे आज़ादी से
जश्ने आज़ादी तक
शामिल हैं
इसमें असंख्य
क्रांतिकारियों
का त्याग-बलिदान
वीरता की कई
कहानियां
दर्ज इतिहास
में वो सब नहीं
सुनी-पढ़ी जो
हमने
जानते हम सब
सिर्फ़ वहीं
शहीद हुये वो
भी
नहीं जिनका है जिक्र
कहीं
याद करें हम उन
सबको आज
दी जिन्होंने
कुर्बानियां
ताकि, हम ले
सके खुली हवा में सांस
पाकर आज़ादी
लेकिन,
गंवा रहे उनकी
निशानियाँ
बना न रहे देश
को
उनके सपनों का
विश्वगुरु भारत
पा रहे खुद
ज्ञान उनसे
सीखा जिन्होंने
जीना हमसे
विश्व मानचित्र
पर
विकासशील देशों
की दौड़ में अक्सर,
आते नहीं हम
शीर्ष पर नजर
कर सकते सब कुछ
फिर भी अनजान
खुद से हम
अपनी ही
शक्तियों से गाफ़िल होकर
बन रहे दूसरे
की परछाई
वो जिन्होंने
हमसे शिक्षा पाई
सब कुछ पास
हमारे है
फिर क्यूँ हम
हारे है ?
आज जरा इतना सोचे
हम मिलकर
क्यों रुपया डॉलर
से पीछे ??
विकसित देशों
की सूची में
क्यों ‘भारत’ है
सबसे नीचे ???
जनसंख्या, अपराधों
में
क्यों नाम
हमारा सबसे ऊपर ?
आओ हम सब देश
की उन्नति की सोचें
जवाब इन सवालों
के खोजें
चलो नाकामियों की
जंजीरें तोड़ें
मंत्र स्वदेशी अपनाये
देश का धन देश
में ही जोड़ें
रुख हवाओं का
मोड़ें
फिर गर्व से हम
सबको
स्वतंत्रता
दिवस की बधाई देकर
जय हिंद, जय
भारत बोलें ॥
_____________________________________________________
© ® सुश्री इंदु
सिंह “इन्दुश्री’
नरसिंहपुर
(म.प्र.)
१५ अगस्त २०१८
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें