साथियों... नमस्कार...
पप्पू - मम्मी ये तो अब प्रूव हो गया कि मैं
अपने खानदानी पेशे को आगे बढ़ा पाने में सक्षम नहीं इसलिये मुझे इसे त्याग कुछ और
करने की सोचना चाहिये ।
मम्मी - बेटा, तू चाहे कुछ भी कर या कहीं भी
चला जा पर, तुझे
इससे अधिक आसान काम दूसरा न मिलेगा और सबसे बड़ी बात अपने इस पारिवारिक कार्य में
किसी सेलिब्रिटी की तरह जो मान-सम्मान मिलता वो भी न किसी और काम में मिलेगा तो इस
काम को नहीं विचार को त्याग और इसी धंधे से लगे रहे ।
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© ® सुश्री
इंदु सिंह “इन्दुश्री’
नरसिंहपुर (म.प्र.)
२४ मार्च २०१७
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