बुधवार, 29 मार्च 2017

सुर-२०१७-८८ : चैत्र प्रतिपदा संग आये... नववर्ष और नवरात्र...!!!

साथियों... नमस्कार...

चैत्र महीने के आगाज़ के साथ ही प्रकृति में भी अनेक शुभ परिवर्तन दृष्टिगोचर होने लगते हैं क्योंकि ये समय ऋतू बदलाव का भी होता हैं ऐसे में हम भी इनके साथ सामंजस्य बिठा सके इसलिये इस माह के शुक्ल पक्ष की प्रथमा तिथि के साथ माँ आदिशक्ति के नौ दिवसीय महापर्व की शुरुआत हो जाती हैं तो हम व्रत, उपवास, हवन, पूजन के माध्यम से संतुलन बनाते हुए खुद को इस बदलाव के साथ जोड़ लेते हैं और ये केवल माँ दुर्गा की पूजा का ही अवसर नहीं बल्कि इसके साथ ही हिंदुओ का नूतन वर्ष भी आरंभ होता हैं और आज तो इस तरह के आयोजन की महत्ता इसलिए भी बढ़ जाती हैं क्योंकि हमारी नई पीढ़ी सब तरह के डेज की तो आदि हो गयी लेकिन अपनी ही जड़ों से दूर हो रही ऐसे में उसको अपनी परम्पराओं और सभ्यता का भी कुछ ज्ञान हो साथ ही हमारे दिन-महीने भी पता हो तो हमें पूर्ण हर्षोल्लास से इसका आयोजन करना चाहिये और अपने नौनिहालों को इसके आध्यात्मिक, सामाजिक महत्व के बारे में भी जानकारी देनी चाहिये... इसी उम्मीद के साथ कि हम केवल इसे परंपरानुसार मनाये ही नहीं बल्कि अपनी अगली पीढ़ी को भी इससे जोड़ते हुये उसे इसके संबंध में हर तरह की कथा सहित महत्वपूर्ण तथ्यपरक जानकरियां भी प्रदान करें... सबको नववर्ष व नवरात्र की मंगलमयी शुभकामनायें... :) :) :) !!!
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© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)

२९ मार्च २०१७

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