रविवार, 17 सितंबर 2017

सुर-२०१७-२५८ : लघुकथा : "काश, मैं सनी लियोने होती” !!!


‘पूजा’ का सारा बदन दर्द से टूट रहा था फिर भी उसे ग्राहकों के सामने जाना पड़ रहा था क्योंकि इस धंधे में ये बात कोई मायने नहीं रखती बस, एक बार बाज़ार में बिकी तो फिर मर्जी हो या न हो रोज बिकना ही पड़ता कि घटती जवानी के साथ कीमत भी घटने लगती तो हर कोई उसे जल्द से जल्द कैश कर लेना चाहता वो बेमन से ग्राहक के पास पहुंची तो उसने उसे मोबाइल पर एक विडियो दिखाया और उसकी तरह करने को बोला तो उसने पूछा, ये तो बड़ी अच्छी लग रही हैं कौन हैं ? तो वो बड़े गर्व से उसे बताने लगा कि ये ‘सनी लियोने’ हैं पता, ये एक पोर्न स्टार फिर भी बॉलीवुड के बड़े-बड़े हीरो के साथ काम कर रही अपने देश में तो उसके बहुत दीवाने पड़े उसकी बात सुनकर वो सोचने लगी कि यहाँ तो इज्जत बेचकर भी न इज्जत मिलती और न ही मनचाहा दाम और वहां देखो सब उसकी हक़ीकत जानने के बाद भी उसे न सिर्फ मान दे रहे बल्कि, सर पर भी चढ़ा रहे तो इस धंधे में भी साली किस्मत काम करती हम तो सोच रहे थे हमारी फूट गयी जो यहाँ आ गये लेकिन अब लग रहा यहाँ होना गुडलक भी होता काश, वो ‘सनी लियोने’ होती तो आज ‘सेक्स वर्कर’ नहीं ‘सेलिब्रिटी’ बन गयी होती      

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© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)

१७ सितंबर २०१७

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