मंगलवार, 26 सितंबर 2017

सुर-२०१७-२६७ : आवाज़ और अभिनय का अद्भुत संगम... हेमंत कुमार और देव आनंद… !!!


याद किया दिल ने कहाँ हो तुम
झूमती बहार है कहाँ हो तुम
प्यार से पुकार लो जहाँ हो तुम...

तेरी दुनियाँ में जीने से, तो बेहतर हैं के मर जाये
वही आँसू, वही आहें, वही गम हैं जिधर जाये... 

ना हम तुम्हें जाने, ना तुम हमें जानो
मगर, लगता हैं कुछ ऐसा मेरा हमदम मिल गया...

ये रात, ये चांदनी फ़िर कहाँ सुन जा दिल की दास्ताँ
चांदनी रातें, प्यार की बातें खो गयी जाने कहाँ...

हैं अपना दिल तो आवारा ना जाने किस पे आयेगा...

इन गीतों को जहाँ इनके फिल्मांकन की वजह से भूलना नामुमकिन हैं, उतना ही इसमें ऐसी दो अपने-अपने क्षेत्र की जानी-मानी शख्सियतों का बेमिसाल मिलन भी इसे यादगार बना देता हैं... जो अपने जाने के बाद भी अपने अनमोल तरानों और अविस्मरणीय अभिनय की ऐसी बेशुमार दौलत हमारे लिये छोड़ गये हैं कि हम उनके जरिये उनकी स्मृतियों को सदैव अपने ह्रदय में संजोकर रखेंगे... आज हिंदी सिने जगत की उन्ही दो विलक्षण प्रतिभाओं को एक साथ स्मरण करने का दिन हैं, ये और बात हैं कि आज एक का जन्मदिवस तो दूसरे की पुण्यतिथि हैं... एक को जहाँ अभिनय जगत में अपने अलहदा लटकों-झटकों अभिनय की ख़ास शैली और बेजोड़ अंदाज़ के लिये जाना जाता हैं तो वही दूसरे को अपनी मखमली दिल को छू लेने वाली आवाज़ और मधुर संगीत के लिये हम कभी भूल नहीं सकते... जी हाँ, मैं सदाबहार हरदिल अज़ीज़ कलाकार देव आनंदऔर पुरसुकून अंतर में उतर जाने वाली आवाज़ के साथ-साथ उतना ही बेहतरीन संगीत रचने वाले शाहकार हेमंत कुमारकी ही बात कर रही हूँ... इन दोनों ने ही अपने-अपने चाहने वालों को कभी भी निराश नहीं किया बल्कि हर बार कुछ ऐसा रच दिया कि उनके प्रशंसक मंत्रमुग्ध से उन्हें देखते और सुनते रह गये... दोनों ही हरफ़नमौला और अपने-अपने काम में इतने निपुण थे कि इन्होने सारी ज़िंदगी अथक परिश्रम किया और जब गये तो लोगों की आँखों में आंसू और दिलों में अपनी यादें छोड़ गये... तो सलाम इन दोनों महान कलाकारों को जिन्होंने कर्मयोगी की तरह सारा जीवन सिर्फ़ काम किया और जाते-जाते भी हमारे लिये अपने अभिनय और गायन का बहुमूल्य खज़ाना छोड़ गये जिसकी बदौलत हम अपने सूनेपन को उनकी हुनरमंदी से भर ख़ुद को अकेलेपन की घेराबंदी से मुक्त कर सकते हैं... नमन... __/\__ !!!
       
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© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)

२६ सितंबर २०१७

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