रविवार, 20 जनवरी 2019

सुर-२०१९-२० : #व्यंग्य_ठग_बंधन




सारा धंधा बंद हो गया अपना जब से ये नया कलेक्टर आया है समझ नहीं आता क्या करूँ?

बॉस, आप सही कह रहे हो सभी परेशान है इससे पहले भी ये जहां पोस्टेड था वहां भी इसने ऐसे ही सबके धंधे बंद करवा दिये थे

तुझे कौन बोला ?

अपुन को बताया न अपना दोस्त जो उस इलाके में रहता कि ये बहुत कड़क और ईमानदार बंदा है न तो खुद खाता है और न ही किसी को खाने देता है ।

मैंने भी कुछ ऐसा ही सुना था इसके बारे में पर, लगा कि अपन लोग सब संभाल लेंगे लेकिन, अब पानी सर के ऊपर जा रहा तुम ऐसा करो सब भाई लोगों को कॉल करो और उन्हें मीटिंग के लिए इनवाइट करो फिर देखते क्या हो सकता सब मिलकर करेंगे इसका मुकाबला इसे छोड़ेंगे नहीं दो साल हो गये काम सब अधूरा पड़ा और बैंक बैलेंस भी जो जोड़ा था खत्म होने या रहा है तू बना प्लान सब भाई लोगों को एक साथ एक जगह इकट्ठा करने का फिर मुझे बता ।

अगले दिन...

बॉस, सब इंतजाम हो गया 10 दिन बाद सब लोग आयेंगे अपने यहां सबको जब अपनी मीटिंग का एजेंडा बताया तो जो अपने दुश्मन लोग थे वो भी हाथ मिलाने आ गये कि इस मामले में हम भी तुम्हारे साथ है और जरूर आयेंगे तो बॉस अब फिकर नॉट सब अपने साथ है अपन जरूर कामयाब होंगे ।

क्या जबरदस्त बात बताया तू इस बात पर तेरा कमीशन पहले से ज्यादा बस, अपना काम हो जाये फिर तुझे वो पूरा एरिया ही दे दूंगा जिस पर तेरी बरसों से नजर थी ।

बॉस, समझो वो मेरा हो गया मैं चलता मीटिंग की तैयारी करने क्योंकि, बड़े-बड़े भाई लोग आ रहे तो बंदोबस्त बढ़िया होना जरूरी है ।

दसवे दिन...

हर इलाके का छोटा-बड़ा बदमाश जो कभी एक-दूसरे की शक्ल देखना तक पसन्द न करता था और एक-दूसरे की जान का दुश्मन था वहां इस तरह आपस में गले मिल रहा था मानो बरसों का बिछड़ा हुआ दोस्त हो जो अचानक यूं मिल गया हो । जबकि, कभी धंधे का एक छोटा-सा हिस्सा तक शेयर करने में बात मारने-पीटने तक आ जाती थी पर, अब सबकी ही पूंछ दबी पड़ी थी तो पहले उसे बचाना जरूरी था इसलिए मतभेद भुलाकर सब हाथ मिला रहे थे ।

किसी को अपना पुराना हिसाब चुकाना था तो कोई अपनी फर्जी कम्पनी बंद होने से परेशान था और किसी को इस चिंता से नींद न आती थी कि अगर, कल को ये उसके क्षेत्र में आ गया तो उसका क्या होगा इसलिये सबने यही ठीक समझा कि अब इसका कोई फाइनल फैसला कर ही दिया जाये ताकि, सब बेफिक्र होकर अपने गलत काम कर सके । इसके लिये सबने इस बात पर समझौता किया कि उसे हटाना ही हमारा एकमात्र मकसद तो सब मिलकर ये काम करेंगे और बाद में कोई लफड़ा न हो इसलिये सब अपना-अपना एरिया बांट लेंगे दूसरा उसके इलाके में दखल नहीं देगा जिस पर सबकी सहमति थी ।

फिर सबने मेजबान से पूछा कि अब बताये कि, हम अपने इस मिशन को किस तरह पूरा करेंगे ???

तब बॉस ने सबको अपना मास्टर प्लान बताया कि उसकी ईमानदार छवि को सब मिलकर बेईमान साबित करेंगे जिसके लिये ज्यादा कुछ नहीं करना एक झूठ बोलेगा सब उसे दोहरायेंगे और इतनी बार कि वो सच लगने लगे फिर जिसने उसे ये पद दिया वही इसको हटा देगा ये सुनकर सबने हां में हां मिलाई और खा-पीकर निश्चिंत होकर सब आने वाले कल के सपने देखते हुए मीठी नींद में सो गये ।

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© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)
जनवरी २०, २०१९

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