सोमवार, 28 जनवरी 2019

सुर-२०१९-२८ : #डाटा_रहे_सुरक्षित_सदैव #डेटा_प्राइवेसी_डे_का_यही_उद्देश्य




ज्यादा पुरानी बात नहीं जब हर अखबार में यही खबर थी कि फेसबु क के सी.ई.ओ. मार्क जुकरबर्ग ने अपने उपभोक्ताओं के डेटा को बेच दिया जिसे उन्होंने खुद भी स्वीकार किया था इसके अतिरिक्त भी आये दिन कोई न कोई ऐसी खबर नजर के सामने आ जाती जिसमें कि सोशल मीडिया या इंटरनेट पर ऑनलाइन गतिविधियों के द्वारा उपयोगकर्ता की बहुमूल्य जानकारी चुरा ली जाती और निज हित में उनका दुरपयोग किया जाता है

ऐसे में जबकि, किसी भी व्यक्ति का ज्यादातर समय ऑनलाइन गुजरता हो और वो अपनी समस्त जानकारियां या गोपनीय आंकड़ों को भी अपने अकाउंट में सुरक्षित रखना पसन्द करता हो ये बेहद चिंतनीय कि उसकी सुरक्षा किस प्रकार की जाये कोई भी ऐसी तकनीक या तरीका दिखाई नहीं देता जो डेटा को पूर्णतया सुरक्षा प्रदान करें हैकर्स भी बेहद स्मार्ट जो हर जगह लूप होल्स ढूंढ ही लेते फिर उनका फायदा उठाकर सेंधमारी करते है

ऐसी स्थिति में ये अत्यंत आवश्यक कि हम अपने डेटा के प्रति जागरूक बने और उसे गलत हाथों में जाने से रोके अन्यथा जिस तरह दूसरे देशों में इसके माध्यम से चुनाव तक जीत लिये जा रहे उसी तरह हमारे देश में भी इसकी संभावना अधिक कि हमारे डेटा को चुराकर उसे अपने लाभ हेतु कम्पनियां कहीं भी प्रयोग में लाये जिसकी हमें खबर तक न हो क्योंकि, हम किसी सुविधा को प्राप्त करने इतने लालायित होते की बदले में भले हमारी कीमती जानकारियां चली जाये पर उस एप्प को अपने मोबाइल में इंस्टाल करना या किसी गेम को खेलना अनिवार्य समझते जिसका खामियाजा यूं तो प्रत्यक्ष रूप में हमें तब तक समझ नहीं आता जब तक कि उसके नुकसान हमें प्रभावित न करें और ये अहसास होने तक बहुत देर हो चुकी होती है

ऐसे में डेटा की गोपनीयता के प्रति सजगता व सतर्कता हर कदम पर हो चाहे काम ऑनलाइन हो ऑफलाइन हर डेटा जो हम किसी को दे रहे उसके बारे में हमें ज्ञान होना चाहिए कि उसे देना जरूरी है अथवा नहीं या कितनी जानकारी देने से काम चल सकते है अनावश्य रूप से अतिरिक्त डेटा न दे जितना कहा या मांगा जाये केवल उतना ही डेटा दे और ऑफलाइन देते समय अपने डेटा की फोटोकॉपी पर उल्लेखित भी कर दे कि आपने उसे किस उद्देश्य से दिया है ।

ऑनलाइन में ज्यादा सावधान रहने की जरूरत क्योंकि, यहां तो पूरी दुनिया के लोग बैठे तो कब, कहाँ और कौन किस डेटा का क्या करेगा कहना मुश्किल है इसी सजगता हेतु आज 28 जनवरी को भारत समेत 48 देशों में ‘डेटा प्राइवेसी डे’ मनाया जाता है जिसका उद्देश्य कि हम इंटरनेट का उपयोग बेहद सावधानी के साथ करें अन्यथा दुष्परिणाम भोगने तैयार रहे क्योंकि, अब तो सभी अपराध इसी जगह बैठकर होने लगे है लोग बातों-बातों में भी आपसे आपकी महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आपको ब्लैकमेल कर सकते है अतः इनबॉक्स में भी उसी से बात करें जिन्हें जानते हो अपरिचितों से एकदम सीमित वार्तालाप करें जो कल को आपकी शर्मिंदगी की वजह न बने ऐसे में औपचारिक्त शिक्षा के अलावा तकनीकी जानकारी भी जरूरी जिनसे आप खुद की सुरक्षा कर सके जो इंटरनेट पर ही उपलब्ध भी है ।

इसके अलावा आप निम्न उपाय अपनाते हुये कुछ सावधानियां भी रख सकते है...

डाउनलोड करते समय ध्यान रखे कि कभी भी अनजान सोर्स से कुछ भी अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर इंस्टाल न करें

अपने मोबाइल में इंस्टाल किये गये एप्स को समय-समय पर अपडेट करते रहे जिससे कि कम्पनियां नये फीचर्स के द्वारा कमियों को दूर कर सके

अपने कंप्यूटर और मोबाइल को हमेशा पासवर्ड प्रोटेक्टेड रखे साथ ही थोड़े समय पश्चात् उसे बदलने का भी ध्यान रखे

पब्लिक वाई-फाई का जहाँ तक हो उपयोग न करें

अपने कंप्यूटर / मोबाइल पर लेटेस्ट एंटी वायरस जरुर रखे ।

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© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)
जनवरी २८, २०१९

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