बुधवार, 9 जनवरी 2019

सुर-२०१९-०९ : #भारत_से_दूर_भारतवंशी #विदेश_में_देश_के_दूत_प्रवासी




९ जनवरी १९१५,
इतिहास का वो गौरवशाली दिन जब मोहनदास करमचन्द गाँधी दक्षिण अफ्रीका से वापस भारत भूमि पर लौटे और उसे आज़ादी दिलाने के लिये आजीवन काम किया तो इस दिन को सदा-सदा के लिये यादगार बनाने २००३ में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी ने इस दिन को प्रथम ‘प्रवासी भारतीय दिवस’ के रूप में मनाया  

तब से लेकर आज तक इस राष्ट्रीय महोत्सव का ७ जनवरी से ९ तक तीन दिवसीय आयोजन किया जाता जिसमें इस देश के वो लोग जो इससे दूर रहकर अलग-अलग भूमि पर अपने देश का परचम लहरा रहे उनका सम्मान किया जाता पर, इस वर्ष इसे २१ से २३ जनवरी तक मनाने का निर्णय लिया गया है

आज ही अख़बार में ये खबर पढ़ी कि मैसूर में जन्मी इंडियन-अमेरिकन अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की पहली महिला और दूसरी भारतीय के तौर पर चीफ इकोनॉमिस्ट का प्रभार संभाल लिया है इसी तरह लगभग दो करोड़ से अधिक भारतीय विश्व के अलग-अलग मुल्कों में रहकर भारतीय सभ्यता-संस्कृति का प्रचार-प्रसार करते हुये अपनी प्रतिभा से अपने देश का नाम ऊंचा कर रहे रहे है

ऐसे कई भारतवंशी है जो भले ही अब भारत भूमि से बहुत दूर है पर, जिनकी जड़ें कहीं न कहीं यही पर जुड़ी है तो उनको ही पुख्ता करने वे ऐसे कदम उठा रहे जिनकी वजह से उनका ही नहीं उनके वतन का सर भी गौरवान्वित हो रहा है माइक्रोसॉफ्ट हो या गूगल इंक जैसी ख्यातिलब्ध कम्पनी सभी के सी.ई.ओ. भारतीय है जो दर्शाता कि देश में योग्यता की कमी नहीं और उसे अवसर मिले तो वो इसी तरह से सरहद की सीमाओं से परे जाकर भी उसका प्रदर्शन कर सकती है        

भारत से दूर भारत को दिल में बसाये और भारत की महिमा का गुणगान करते इन सभी भारतवंशियों को <3 से बहुत-बहुत मुबारकबाद...!!!

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© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)
जनवरी ०९, २०१९

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