सोमवार, 17 जुलाई 2017

सुर-२०१७-१९७ : ॐ नमः शिवाय का गूंजे जाप... सावन में लेते भक्त शिव का नाम...!!!


धर्म के प्रति आस्था रखने वालों के लिये तो हर दिन, हर पल ही अपने इष्ट देव के नाम स्मरण का होता लेकिन कुछ ख़ास अवसरों, पर्व या मौकों पर हर कोई ईश्वर के प्रति अपने मनोभावों को प्रदर्शित करता ऐसा ही दृश्य दिखाई देता चारों तरफ जब ‘श्रावण मास’ आता तो पूरे महीने ही भक्तगण बेलपत्र और जल अभिषेक से आशुतोष भगवन की सेवा-अर्चना में लग जाते कि इस तरह से वे अपने तन-मन की शुद्धि ही नहीं करते बल्कि संपूर्ण वातावरण को भी हवन की अग्नि व पवित्र धूम्र से पावन बना देते जिसकी तरंगें संपर्क में आने वाले हर एक व्यक्ति में सकारात्मक परिवर्तन लाती जिससे कि भीतर की सारी कलुषता व नकारात्मकता स्वतः ही समाप्त हो जाती और व्यक्ति अपने भीतर एक असीम शांति का अनुभव करता जो अपने आप ही परमेश्वर की सूक्ष्म उपस्थिति का अहसास कराती जिसे हम अन्य दिनों के शोर-शराबे या अपनी अति-व्यस्तता में महसूस करने से वंचित रह जाते और यही तो इस तरह के विशेष दिवसों का महत्व कि वे प्रत्येक जीव असामन्यता का बोध कराते तभी तो वो अपने घर में भी किसी न किसी धर्मिक कृत्य का आयोजन करता जिससे कि उसके आस-पास के परिवेश में भी इस तरह के सकारात्मक ऊर्जा मंडल का निर्माण किया जा सके और यही तो हमारी भारत भूमि की विशेषता भी कि यहाँ तो सभी धर्मों के अनुयायी परस्पर मिलकर रहते तो आये दिन कहीं न कहीं इस तरह के धार्मिक कार्यक्रम होते ही रहते जिसकी वजह से ये धरा अपना संतुलन साधे रहती इसलिये हम सबको अपने यहाँ होने वाली इस तरह की गतिविधियों का हिस्सा बनना चाहिये और परेशानी व तनाव से घिरे मानव समाज को चंद पलों को ही सही राहत देने का प्रयास करना चाहिये यही तो इनकी सार्थकता... तो सबको आज दूजे सावन सोमवार की अनंत शुभकामनायें... :) :) :) !!!
           
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© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)

१७ जुलाई २०१७

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