गुरुवार, 12 जनवरी 2017

सुर-२०१७-१२ : "बस, यही चाहे ये मन... हर युवा बने ‘विवेकानंद’...!!!"

साथियों... नमस्कार...


एक नवयुवक के ‘नरेंद्र’ से ‘स्वामी’ बनने तक की महायात्रा का उत्सव ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ जो १९८४ से प्रतिवर्ष १२ जनवरी को मनाया जाता हैं इस आयोजन का उद्देश्य जिस दिन देश की युवाशक्ति सच्चे अर्थो में ग्रहण कर लेगी उसी दिन इसे मनाना सार्थक हो जायेगा चूँकि देश की ८० फीसदी आबादी युवा हैं और ऐसे युवाओं को मार्गदर्शन एवं प्रेरणा कोई युवा ही दे सकता हैं तो ‘यूथ आइकॉन’ के रूप में ‘स्वामी जी’ से बढ़कर कोई भी दूसरा ओजमय व्यक्तित्व नहीं हैं जिसने अपने अल्प जीवन को दीर्घ बनाकर जगत में ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया कि युग-युग से हम उसका गुणगान कर रहे हैं लेकिन केवल उनकी यशगाथा को दोहराने मात्र से या उनके सद्कर्मों का उल्लेख करने से ही हमारा दायित्व पूर्ण नहीं हो जायेगा बल्कि हमें उनके अनुभवों के निचोड़ उनके सद्वाक्यों को आत्मसात कर उनके अनुरूप बनने का प्रयास करना होगा तब जाकर हम हम इस दिन को सही मायनों में अर्थपूर्ण बना पायेंगे...

जैसा कि इस दिन के साथ सरकार ने ‘सूर्य नमस्कार’ के आयोजन को भी सम्मिलित कर इया हैं क्योंकि सूर्य की प्रखरता भी इस दिन से बढ़ने लगती हैं और जब १२ जनवरी १८६३ को ‘नरेंद्र’ का जन्म हुआ था उस दिन तो ‘मकर सक्रांति’ ही थी तो हम सब सौर ऊर्जा से अपने अंतर में जोश-उमंग भरकर स्वामी जी बताये मार्ग का अनुसरण करे इसलिये इन दोनों का एक साथ संगम कर दिया गया हैं तो आज हमने भी प्रातःकाल ‘जिलास्तरीय कन्या उत्कृष्ट संस्थान’ में जाकर भगवान आदित्य को नमन करते हुए बालिकाओं को ये आसन करवाया फिर ‘स्वामी विवेकानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय’,नरसिंहपुर जहाँ संयोग से हम कार्यरत भी हैं ‘स्वामीजी’ का जन्मदिवस मनाया और सांयकाल सब ‘अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद’ के साथ मिलकर ‘एक दीप’ उनके नाम से प्रज्वलित कर पूरा दिन स्वामीजी के परम पावन सानिध्य में व्यतीत किया...

हर बरस की तरह यही संदेश देने का प्रयत्न किया कि हम अपना जीवन निरर्थक न बिताये और जिस तरह से उन्होंने अपने आत्मज्ञान का दीपक जलाकर सम्पूर्ण जगत में उजियारा किया उसी तरह से यदि हम भी पूरे जग न सही अपने आस-पास ही थोड़ा-सा प्रकाश बिखरा पाए तो यही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी... तो एक बार फिर मन ने यही दुआ की कि ‘युवा बने विवेकानंद... हो चारों तरफ आनंद’... :) :) :) !!!             
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© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)

१२ जनवरी २०१७

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