बुधवार, 12 दिसंबर 2018

सुर-२०१८-३४२ : #लघुकथा_हर_वायरल_विडियो_फेक_नहीं_होता




बहुत-बहुत बधाई हो ‘चमन लाल’ तुमने और तुम्हारी पार्टी ने तो चुनाव में गजब जीत हासिल की जबकि, तुम्हारी गुप्त मीटिंग का वो विडियो वायरल होने के बाद तो उम्मीद कम ही बची थी फिर ये सब कैसे हुआ कुछ समझ नहीं आया ?

इसका मतलब तुम्हें भी यही लगता कि वो विडियो हमारी जानकारी के बिना वायरल हुआ तो इसका मतलब तुम हमें नहीं जानते तुम सबने ये सोच कैसे लिया कि कोई इतनी हिमाकत कर सकता कि हमारी नाक के नीचे विडियो भी बना ले और हमारी परमिशन के बिना उसे न्यूज़ चैनल तक भी पहुंचा दे वो भी तब जबकि, ये पहले से ही निर्देशित था कि ये एक सीक्रेट बैठक है

फिर... ये सब हुआ कैसे उसने आश्चर्य से आँखें फैलाते हुये आगला सवाल दाग दिया

कुछ नहीं यार, अब मीटिंग के द्वारा हम पूरे देश के लोगों तक एक साथ तो अपना संदेश पहुंचा नहीं सकते थे तो उसका यही तरीका निकला कि अपनी बातचीत के ख़ास अंश को टुकड़ों में वायरल किया जाये जिससे कि सभी ये समझे कि ये विरोधी की चाल है और मीडिया स्वयं हमारा प्रचारक बनकर हमाई बात करोड़ों लोगों तक पहुंचा दे तो बिल्कुल वही हुआ जो हमने सोचा था जो बात हम अपने वोट बैंक से कहना चाहते थे वो इस तरह बिना किसी विज्ञापन, बिना मीडिया को खरीदे ही प्रसारित कर दी और उनको पता भी न चला कि हमने उनका इस्तेमाल कर लिया उसने हंसते हुये जवाब दिया  

मान गये तुम्हें दोस्त, पार्टी ने तुम्हें सही ही चुना इस जिम्मेदारी के लिये वाकई ये काम तुम्हारे सिवा कोई न कर सकता था   

बस, हाईटेक जमाने में चुनाव लड़ने के तरीके बदल गये है तो हम भी अपडेट हो गये थोड़ा- समय लगा इसे सीखने में लेकिन, जान गये कि ये तो ज्यादा आसान है केवल, मैसेज वायरल ही तो करना है अब देखना आगे-आगे होता है क्या उसने आंख मारते हुये कहा और दोनों के ठहाके गूंज उठे
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© ® सुश्री इंदु सिंह इन्दुश्री
नरसिंहपुर (म.प्र.)
१२ दिसम्बर २०१८

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