सर्दी हो या
गर्मी
या बरसे जमकर बरसात
सुबह-सबेरे
टाइम से लेकर आता
वो दैनिक अखबार
जिसके बिना
अधूरे लगते
हमको सारे काम
नहीं आये किसी
दिन तो लगे
छूट गया कुछ आज
लत ऐसी लग जाती
उसकी
जरूरत बन जाती
सबकी
जब तक न्यूज़
पेपर नहीं मिलता
दिन भी मानो
नहीं गुजरता
बुजुर्गों का
साथी ऐसा
नहीं होता
अखबार के जैसा
बच्चों इसमें पढें
कहानी
देश-दुनिया की
खबरें ढेर सारी
मिलती जिससे नई–नई जानकारी
युवाओं को ये रोजगार
दिलाये
जॉब्स की
सूचनाएं दूर तक पहुंचाये
सभी के मन को
ये भाता
लम्बा सफर हो
या फिर छोटा रास्ता
टाइम पास भी
अच्छा हो जाता
ये अखबार सबका
प्यारा
इंतज़ार करें घर
सारा
कोई नहीं लाता
उसे जाकर
दरवाजे तक लाये
हॉकर
प्रातःकाल आलस
त्याग जगता
उठा सायकिल फिर
भगता
मेहनत का उसकी
करो सम्मान
दिल से कहो
धन्यवाद ।।
#Dry_Newspaper_In_The_Rain
#Hawkers_Transported_Every_Door
#Say_Thanks_Them_For_Their_Noble_Work
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© ® सुश्री इंदु
सिंह ‘इन्दुश्री’
नरसिंहपुर
(म.प्र.)
जुलाई ०६, २०१९
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